यहां महीने की सैलरी में आएगा सिर्फ दूध, लाखों में होती है कटिंग
यहां महीने की सैलरी में आएगा सिर्फ दूध, लाखों में होती है
कटिंग |
वेनेजुएला बहुत बुरे दौर से गुजर रहा है और
देश की अर्थव्यवस्था भी पूरी तरह से गड़बड़ा गई है. इसे दुनिया के इतिहास की अहम
घटनाओं में से एक माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि यहां महंगाई में 10 लाख गुना की
बढ़ोतरी होने जा रही है. आइए जानते हैं आर्थिक संकट से गुजर रहे वेनेजुएला की हालत
कैसी है
कभी दक्षिण अमेरिका के सबसे अमीर देशों में
से एक माने जाने वाले वेनेजुएला में मंहगाई की वजह से कीमत इतनी बढ़ गई है कि लोग
वहां महीने की सैलरी से सिर्फ एक बार के लिए दूध ब्रैड आदि खरीद सकते हैं. जबकि
छोटे से सामान के लिए लोगों को बोरे में भरकर पैसे ले जाने पड़ रहे हैं
इंटरनेशनल मोनेटरी फंड (आईएमएफ) का अनुमान
है कि इस साल के आखिरी तक इस देश की महंगाई 10
लाख फीसदी तक बढ़ जाएगी. जिसके बाद यहां की
महंगाई भी कई गुना बढ़ जाएगी.
कई रिपोर्ट के अनुसार, इस भविष्यवाणी के बाद ही राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने ऐलान है किया कि देश की बोलिवर मुद्रा में 1 लाख कीमत वाले नोट से पांच शून्य को हटाया जाएगा. इसकी कीमत 1 बोलिवर जितनी हो जाएगी. आईएमएफ का अनुमान है कि वेनेजुएला की हालत पहले विश्वयुद्ध के बाद जर्मनी और हाल के दशकों में जिम्बाव्बे की अर्थव्यवस्था जैसे हैं.
इस देश की अर्थव्यवस्था अब इतने बुरे दौर
में पहुंच चुकी है कि हर दिन पांच हजार लोग दूसरे देशों की तरफ पलायन कर रहे हैं.
यहां के पेशेवर अब अस्पताल और विश्वविद्यालयों को छोड़कर जा रहे हैं. वहीं कई
महिलाएं सेक्स वर्कर बनने पर मजबूर है.
Venezuelan women sell their hair to buy food as economic crisis worsens
Venezuelan women sell their hair to buy food as economic crisis worsens
देश में खाने के सामान की काफी किल्लत है
और लोगों को पैसे होने के बाद भी खाने का सामान नहीं मिल रहा है. वहीं व्यापारियों
ने किसी भी सेवा के बदले लोगों से खाने का सामान लेना शुरू कर दिया है. वहीं भूख
के चलते लोग खाने की दुकानों को लूट रहे हैं और जानवरों को मारकर खा रहे हैं.
डीडब्ल्यू वेबसाइट के अनुसार वेनेजुएला में
अप्रैल महीने में महंगाई 234 प्रतिशत की नई ऊंचाई पर पहुंच गई थी. इसका मतलब है कि वहां हर साढ़े
सतरहवें दिन कीमतें दोगुनी हो रही है. आज वेनेजुएला में न्यूनतम मजदूरी 1 अमेरिकी डॉलर
प्रति माह के करीब है.
रिपोर्ट के अनुसार हाल ही में वेनेजुएला
में एक यूनिवर्सिटी प्रोफेसर को अपना पुराना जूता मरम्मत करवाने के लिए चार महीने
की सैलरी के बराबर 20 अरब बोलिवर (करीब 4 लाख रुपये) देने पड़े.
बता दें कि 1950 से 1980 के दशक तक
वेनेजुएला आर्थिक रूप से सशक्त देश था. यहां तेल के कई भण्डार मौजूद थे और यह इटली
और स्पेन जैसे देशों के प्रवासियों के लिए सबसे बेहतर स्थान था. लेकिन बाद में तेल
के दामों में उतार-चढ़ाव और सरकार की गलत नीतियों की वजह से संकट में आ गया है.
कहा जाता है कि 2013 में यूनियन
लीडर निकोलस माडुरो देश के राष्ट्रपति बने जिनके आने के बाद देश की अर्थव्यस्था की
हालत और खराब हो गई है.
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